गुरुवार, 1 अप्रैल 2010

‘खाप समाचार’ ब्लॉग क्यों?

‘खाप समाचार’ ब्लॉग क्यों?

आपको सादर नमस्कार।
मैं आज से ‘खाप समाचार’ नाम से यह ब्लॉग शुरू कर रहा हूँ। क्योंकि हरियाणा एवं आसपास के प्रदेशों में खाप-पंचायतों के फैसले बड़े विवादित एवं चर्चित रहे हैं। खाप-पंचायतें क्या हैं? कब से अस्तित्व में आईं? क्यों आईं? उनका इतिहास कैसा रहा है? अतीत से आज तक खाप-पंचायतों की कार्यप्रणाली कैसे रही है? खाप पंचायतों द्वारा लिए गए कौन से फैसले सराहना के पात्र समझे गए और कौन से फैसले विवादित रहे? उनके पीछे क्या कारण रहे? खाप-पंचायतों पर प्रतिबन्ध की माँग उठी तो क्यों उठी? खापों को खौफ क्यों बना? इस तरह के अनेकानेक प्रश्न समाज एवं बुद्धिजीवी वर्ग में निरन्तर उठते रहे हैं।

आजकल तो खाप-पंचायतों पर शोध कार्य भी होने लगे हैं। शोध कार्यों में शोधार्थियों को इधर-उधर भागना पड़ता है। खाप-पंचायतों ने कब, किसने, कहाँ और क्या कहा एवं किस समाचार पत्र अथवा पत्रिका में क्या छपा आदि-आदि के लिए खूब भागदौड़ करनी पड़ रही है। ऐसे में मैंने सोचा क्यों न एक ऐसा ब्लॉग बनाया जाए, जिसमें ‘खाप-पंचायतों’ से संबंधित ही समाचार, विचार, लेख एवं अन्य सामग्रियाँ उपलब्ध करवाई जाएं ताकि किसी को कहीं इधर-उधर न भटकना पड़े और बड़ी सरलता से समय की बचत करते हुए अपने निष्कर्ष तक शीघ्रातिशीघ्र पहुँच सके।

आपको मेरा प्रयास कैसा लगा अथवा आपके शोध अथवा अन्य उद्देश्यों में यह ब्लॉग कितना सहायक सिद्ध हुआ, मेहरबानी करके ये आप जरूर से जरूर बताना। आपकी प्रतिक्रियाओं का बेसब्री से इंतजार रहेगा। धन्यवाद सहित्....

आपका स्नेहाकांक्षी,
राजेश कश्यप
स्वतंत्र पत्रकार, लेखक एवं समीक्षक।

1 टिप्पणी: